उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा मई माह से शुरू होने वाली है, जिसको लेकर शासन से प्रशासन तक ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं गुरुवार को आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ने चार धाम यात्रा से जुड़े जनपदों तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिए। नगर निगम सभागार में मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में चार धाम यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक आयोजित की गई।
बैठक में आयुक्त गढ़वाल ने यात्रा से जुड़े सभी जनपदों के अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बैठक में यात्रा को लेकर कुछ बिंदुओं पर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा से पूर्व 30 अप्रैल तक सभी यात्रा मार्ग चाक चौबंद कर दिए जाएंगे। यात्रा मार्ग 30 अप्रैल तक दुरुस्त होंगे। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग में इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में 700 से 800 वाहनों अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था की गई है। इसी तरह अन्य स्थानों पर भी पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर कुछ कार्य शेष है, जिस समय पर पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है।आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडे ने बताया कि इस बार चार धाम यात्रा से जुड़े रुद्रप्रयाग, चमोली तथा उत्तरकाशी जनपद से चिकित्सकों को अन्य स्थानों पर यात्रा ड्यूटी के लिए नहीं भेजा जाएगा।
बल्कि इन जनपदों में अन्य स्थानों से चिकित्सक तथा अन्य स्टाफ तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों हेली सेवा को लेकर यात्रियों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। इसलिए इस बार विशेष तौर पर सावधानी बढ़ती जा रही है।उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा के लिए पंजीकरण करने वाले यात्रियों को पंजीकरण होते ही सभी सूचनाओं तथा आवश्यक टेलीफोन नंबर उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि चारधाम में वीआईपी दर्शन के लिए इस बार ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे आम आदमी को परेशानी पेशनी पेश न आए। वीआईपी दर्शन के लिए एक दिन में तीन स्टॉल तय किए जाएंगे।बैठक में पुलिस महानिरीक्षक करण सिंह नगलयाल, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष कुमार, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग सौरभ गैहरवाल, देहरादून जिलाधिकारी सोनिका, जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, बीकेटीसी मुख्य कार्य अधिकारी योगेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल, साहित्य सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।