चमोली: जिले में लगातार हो रही बारिश और उससे उत्पन्न आपदा जैसी परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। डीएम संदीप तिवारी ने आदेश जारी करते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि अब कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगा, अन्यथा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
क्यों उठाया गया यह कदम?
पिछले कुछ दिनों से चमोली जिले में लगातार बारिश, भूस्खलन और सड़कों के बाधित होने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। कई जगहों पर राजमार्ग घंटों बंद रहे, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और राहत-बचाव कार्यों में दिक्कत आई। 22 अगस्त को भी कई घंटे तक सड़क बाधित रही और प्रशासन को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इन हालातों को देखते हुए प्रशासन ने सभी कर्मचारियों को छुट्टियों से रोककर हर समय ड्यूटी और अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
प्रभावित हो रहा जनजीवन
लगातार हो रही बारिश से न केवल यातायात व्यवस्था चरमराई है, बल्कि किसानों की खेती-बाड़ी, पशुधन और आमजन का जीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जगह-जगह पहाड़ों से मलबा गिरने और भूस्खलन की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क टूटा हुआ है।
डीएम के निर्देश
डीएम संदीप तिवारी ने आदेश में कहा है कि –
- सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, पुलिस अधिकारी, चिकित्सा विभाग, बिजली, जल संस्थान, सिंचाई और राजस्व विभाग के कर्मचारी पूरी सतर्कता से ड्यूटी निभाएँ।
- किसी भी विभाग का कर्मचारी मुख्यालय बिना अनुमति नहीं छोड़ेगा।
- आपदा की स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
- किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। आपदा की इस घड़ी में अधिकारियों और कर्मचारियों की मौजूदगी ही लोगों को भरोसा देती है कि संकट की घड़ी में प्रशासन उनके साथ खड़ा है। डीएम का यह निर्णय आमजन के जीवन और सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाला कदम माना जा रहा है।