उत्तराखंड में मानसून की शुरूआत होते ही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे बरसात के बाद मलबा आने से जगह-जगह बंद हो गया है। हाईवे बंद से वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं हैं और जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। भूस्खलन के बाद सड़कें बंद होने से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया गया है।
प्रशासन की ओर से बंद सड़कों को खोलने का काम जारी है, लेकिन खराब मौसम बाधा बन रहा है। रुद्रप्रयाग जिले में मूसलाधार बारिश जारी है, इससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से सिरोबगड़ में बाधित चल रहा है। जबकि, केदारनाथ हाईवे भी नेल और अन्य जगहों पर मलबा आने के कारण बंद हो गया।
सड़कें बंद होने से यात्रियों की मुसीबत भी दोगुनी हो गईं हैं। जिले में कई सड़कें भी ट्रैफिक बाधित है। वहीं दूसरी ओर, केदारनाथ यात्रा संचालित हो रही है। बुधवार सुबह सोनप्रयाग से 8:00 बजे तक 13 सौ से अधिक यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हो गए हैं। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबरकोट में मलबा आने के कारण बंद हो गया है।
मार्ग बंद होने से सड़क के दोनों ओर वाहन फंस गए हैं, जिससे तीर्थ यात्रियों को परेशानी हो रही है। नई टिहरी में डोबरा- चांठी-चंबा मोटर मार्ग पर भारी बारिश के कारण मलबा आने से मोटर मार्ग बाधित हो गया है। मलबा आने सड़क के दोनों ओर वाहन फंस गए हैं। मौके पर पहुंची जेसीबी मशीन ने सड़क मार्ग पर आए मलबे को हटाने का कार्य शुरू किया।
श्रीनगर में धारी देवी मंदिर के समीप चमधार में एनएच भूस्खलन से बंद हो गया है। वाहनो को पौड़ी चुंगी से खिरसू की ओर डायवर्ट किया जा रहा। पर्वतीय जिलों में लगातार बारिश होने की वजह से बंद पड़ीं सड़कों को खोलने में काफी परेशानी आ रही है। फंसे यात्रियों को दूसरे रूट से भेजा जा रहा है।