मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया कि अग्निपथ योजना में भर्ती अग्निवीर फौजियों को देश सेवा के बाद लौटने पर उत्तराखंड सरकार में नौकरी देंगे और जरूरी हुआ तो Act बना के उनको सरकारी नौकरी देंगे। गुरु पूर्णिमा पर एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में माँ बिशना देवी के साथ कैनाल रोड पर गंगोत्री विहार में पौधा रोपने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह खुद फौजी पुत्र हैं.जब अग्निपथ-अग्निवीर योजना आई तो उन्होंने 15 जून 2022 को Tweet किया था कि वह उत्तराखंड सरकार के महकमों में अग्निवीरों को नौकरी देंगे.Army और सरकार के अफसरों के साथ अग्निवीरों को नौकरी देने के बाबत बैठक की थी.इसके बाद ये ऐलान किया गया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर ने कहा,`जरूरी हुआ तो सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को आरक्षण देने के लिए Act बनाने की खातिर विधानसभा में प्रस्ताव लाया जाएगा’.अग्निवीर को ले के देश में इन दिनों मसला गर्म है.केंद्र सरकार की इस योजना के पक्ष और विपक्ष में धड़े बन गए हैं.सेना के पूर्व अधिकारियों की भी इस मामले में जुदा-जुदा राय है.कोई इसको सही और कोई गलत करार दे रहे.हरियाणा सरकार ने अग्निवीरों को अपने महकमों में 19 फ़ीसदी का आरक्षण देने का ऐलान किया है।
उत्तराखंड के राज्यपाल और पूर्व सैन्याधिकारी (Lieutenant General थे) गुरमीत सिंह ने इस पर कहा है कि ऐसी पहल उत्तराखंड सरकार को करनी चाहिए थी.यहाँ 17.2 फ़ीसदी लोग सेना में हैं.इसके बाद राज्य में भी ये बहस शुरू होने लगी है कि अग्निवीरों को क्यों न उत्तराखंड में सरकारी महकमों में आरक्षण दिया जाए.इस पर CM पुष्कर ने आज तस्वीर साफ़ कर दी कि वह इस सोच के हक़ में शुरू से हैं और ऐसा करने वाले हैं।