कोरोना महामारी के दौरान बीते दो वर्षों से गढ़वाल विश्वविद्यालय ने एनएसएस ‘बी’ व ‘सी’ सर्टिफिकेट की परीक्षा आयोजित नहीं करवाई है। जिससे छात्र उसके लाभ से वंचित हो रहे हैं । गुरूवार को डीएवी की एनएसयूआई इकाई के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्याधिकारी से मुलाकात कर इस संबंध में उन्हें ज्ञापन सौंपा ।
एनएसयूआई नेता आदित्य बिष्ट ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी को ख़त्म हुए लगभग एक वर्ष हो गया है और सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में शिक्षण कार्य भी सुचारू रूप से चल रहा है लेकिन तब भी गढ़वाल विश्वविद्यालय का प्रशासन एनएसएस प्रमाण पत्र की परीक्षा आयोजित करवाने में इतनी लापरवाही बरत रहा है । इसका नुकसान छात्रों को भुगतना पड़ रहा है । छात्र इसके लाभ से वंचित हो रहे हैं । वहीं नेता अंकित बिष्ट ने कहा कि हमने राज्याधिकारी से एनएसएस की ‘बी’ व ‘सी’ सर्टिफिकेट परीक्षा अविलंब करवाने की माँग की व साथ ही एनएसएस अवार्ड का जो कार्यक्रम पूर्व के वर्षों से चला आ रहा है वह बीते चार सालों से नहीं हुआ है । इससे राष्ट्रीय व प्रादेशिक स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले स्वयंसेवियों का मनोबल कम होता है । इसलिए हमने इस आयोजन को भी करवाने की माँग की है । इस अवसर पर भव्या सिंह सिंह,सागर, वासु,वैभव सकलानी,नमन ,हरीश जोशी,पीयूष,अनित, शुभम चौहान ,गौरव रावत कशिश असवाल आदि उपस्थित रहे।