अग्निपथ योजना सेना में भर्ती के लिए सरकार की ओर से घोषित की एक योजना है जिसका विरोध पूरे देश में शुरु हो गया है वहीं उत्तराखंड में भी इसका विरोध शुरू हो गया है, साथ ही कांग्रेस के नेता भी इस स्कीम के खिलाफ हैं। अग्निपथ योजना को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया है।
हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा कि भारतीय रक्षा सेनाओं में विशेष तौर पर थल सेना में दो लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हुए हैं, देश के लाखों युवा जो सेना में भर्ती होने का सपना पाले हुए हैं, इसके लिए वर्षों से तैयारी कर रहे हैं, सरकार ने आलोचना से बचने के लिए उनको एक झुनझुना थमा दिया है कि आप भर्ती नहीं कर रहे हैं। वह अग्निपथ भी नाम तो बहुत जबरदस्त रखा, वह वीर जरूर होंगे, मगर सरकार ने उनको अग्निपथ का राही बना दिया है, क्योंकि 4 साल के बाद उनके जीवन की क्या कार्य योजना होगी उसके विषय में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।
पूर्व सीएम हरीश रावत 4 साल बाद युवाओं के सपनों को तोड़ेंगे
उन्होंने आगे लिखा कि सेना के साथ एक बार उनके सपने को जोड़ने के बाद आप 4 साल बाद उनके सपनों को तोड़ेंगे, इसका हमारी युवा शक्ति पर बहुत दुष्प्रभाव पड़ेगा और साथ-साथ आप हमारी उच्च दक्षता प्राप्त सेना के साथ जो है आधी-अधूरी ट्रेनिंग के आधार पर लोगों को यदि समाहित करेंगे, तो इससे सेना की क्वालिटी पर क्या असर पड़ेगा? उस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए, मुझे तो यह अग्निपथ वीर जो है, केवल एक चुनावी योजना मात्र लगती है और किसी भी तरीके से न नौजवानों के हित में है, न देश की रक्षा के हित में दिखाई देती है!