जोशीमठ को भू धंसाव से बचाने के लिए सरकार तैयार, सीएम आवास में हुई हाई लेवल मीटिंग

जोशीमठ:  उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव की घटनाओं को देखते हुए सरकार अब एक्शन मोड में आ गई हैं, जोशीमठ में भू धंसाव की घटनाओं पर NDMA  के अधिकारियों के साथ उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सीएम आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में NDMA के सदस्य, मुख्य सचिव एसएस संधू, उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा और डीजीपी अशोक कुमार मौजूद रहे है।

मीटिंग के बाद अपर सचिव आनंदवर्धन और आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि जोशीमठ में असुरक्षित क्षेत्र को खाली करवाया जाएगा लोगों को विस्थापित करने की प्रक्रिया 3 फेज में पूरी होगी, पहले अधिक असुरक्षित क्षेत्रों को खाली करवाया जाएगा, जोशीमठ के वार्ड 4 को खाली करवाने का काम चल रहा है।

भू धंसाव असुरक्षित मकान जोशीमठ
भू धंसाव असुरक्षित मकान जोशीमठ

बताया कि असुरक्षित बहुमंजिला होटलों को मैकेनिकल तरीके से हटाया जाएगा सुरक्षा कार्य को जल्द शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश दिए हैं। यूपीसीएल और पिटकुल की टीम जोशीमठ के लिए रवाना हो चुकी है उधर मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स बॉर्डर मैनेजमेंट सेक्रेटरी और उनकी टीम भी पहुंची है इसमें सर्वे के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात की।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जोशीमठ पहुंची सीबीआरआई रुड़की की टीम मलारी और माउंट व्यू होटल को गिराएगी, होटल को गिराने के लिए टेक्निकल टीम की मदद ली जाएगी, जबकि PWD विभाग संसाधन उपलब्ध कराएगा। बिजली के खंभों और बिजली से संबंधित सभी कार्यों के लिए यूपीसीएल और पिटकुल की टीम को जोशीमठ भेजा गया, जोशीमठ में चल रहे सभी राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर गढ़वाल आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। प्रेसवार्ता में अधिकारियों ने कहा कि आपदा से संबंधित जोशीमठ में लगाई गई टीम प्रतिदिन बैठक करेगी, इरिगेशन विभाग के ड्रेनेज सिस्टम को बनाने के लिए 13 जनवरी को टेंडर निकाले जाएंगे।

स्थानीय लोगों के विरोध के कारण लोगों को शिफ्ट करने में समय लग रहा है। आपदा प्रबंधन सचिव का कहना कि मिट्टी के कमजोर होने के कारण जोशीमठ में भू धंसाव के यह घटना सामने आई है। टनल के कारण जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव के खबरों को उन्होंने नकारा है, कहा कि टनल के कारण जोशीमठ में भू धंसाव होने का कोई सबूत अभी तक सामने नहीं आया है. दो दिनों में जीएसआई की टीम मिट्टी का सर्वे करने जोशीमठ जाएगी,जोशीमठ में सर्वे करने वाली टीम 15 से 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

जोशीमठ मामले पर सरकार ने जानकारी दी है, इसमें आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा कि प्रथम चरण में कुल 678 भवन और 2 होटल चिह्नित किए गए है, अब तक 81 परिवार विस्थापित किए गए है, ज्योर्तिमठ के प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री से मुलाकात भी हुई, सीएम ने शंकराचार्य से फोन पर वार्ता की है, इसमें ज्योर्तिमठ की स्थिति पर बात हुई, शंकराचार्य ने सीएम से प्रशासन की तैयारी और बेहतर करने के लिए कहा है।

उधर, जोशीमठ में भू-धंसाव की घटनाओं पर सेंट्रल कमेटी ने जानकारी जुटाई और सलाह दी है, कमेटी ने पाया है कि जेपी कॉलोनी से पानी का रिसाव हो रहा है। टीम ने पास के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी दौरा किया और सैंपल एकत्रित किए, टीम भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र का आज भी निरीक्षण करेगी, इसके बाद प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, भू धंसाव की वजह से झुकी दो होटल बिल्डिंगों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए नेशनल बिल्डिंग इंस्टीट्यूट की टीम भी पहुंची है।

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