मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आज खटीमा मुख्य चौराहे पर वाल्मीकि समाज एवं पर्यावरण मित्रों द्वारा पगड़ी पहनाकर तथा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण देने, पर्यावरण मित्रों का वेतन 7000 रुपए से 15000 रुपए किए जाने तथा राज्य की महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के निर्णय पर सभी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाना ही हमारा संकल्प है। इस दिशा में जनकल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाएं संचालित की गई हैं। युवाओं को रोजगार के साथ स्वरोजगार के बेहतर साधन उपलब्ध हो इस दिशा में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून से आज युवाओं की प्रतिभा को पहचान मिली है। आज युवा एक नहीं दो तीन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। शीघ्र ही सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून की व्यवस्था हो इसके लिए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की भी प्रक्रिया गतिमान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून, अवैध अतिक्रमण हटाये जाने, दंगारोधी कानून लागू करने से समाज में सुख शांति एवं आपसी भाई-चारे को बढ़ावा मिलेगा। इससे देवभूमि के मूल स्वरूप को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सभी से राज्य के विकास में सहयोगी बनने की भी अपेक्षा की।
इस दौरान स्वच्छता कर्मचारियों के प्रांतीय नेता व पूर्व दर्जा राज्य मंत्री संतोष गौरव एवं सैकड़ों संख्या में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधित उपस्थित रहे।