देहरादून: आज एनएसयूआई उत्तराखंड की छात्रा इकाई द्वारा अंकिता भण्डारी हत्याकांड को लेकर न्याय मार्च निकला गया। यह मार्च गुरुनानक वेडिंग प्वाइंट से होते हुए घंटाघर तक निकाला गया। आज अंकिता भण्डारी हत्याकांड को 2 महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन एसआईटी ने अभी तक चार्जशीट दाखिल नहीं की है। एनएसयूआई ने निम्नलिखित मांगो को लेकर यह मार्च निकला –
1) अंकिता भण्डारी हत्याकांड की CBI जांच की जाए।
2) VIP कौन है यह सार्वजनिक किया जाए और उसे गिरफ्तार किया जाए।
3) इस हत्याकांड के आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए।
4) रिजॉर्ट में तोड़फोड़ और आगजनी करने वालो को भी सार्वजनिक किया जाए व उनकी गिरफ्तारी हो।
5) इस पूरे जांच प्रकरण में पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में रही है पहले तो पुलिस ने अंकिता भण्डारी को ढूंढने में समय लगाया, उसके बाद पुलिस ना ही सबूतों को सुरक्षित रख पाई है, ना ही रिजॉर्ट में जिन लोगो ने आगजनी और तोड़फोड़ की उन्हें रोक पाई, ना ही वीआईपी लोगो की भूमिका पर स्पष्ट जवाब दे पाई है इसलिए एनएसयूआई डीजीपी के इस्तीफे की मांग भी करती है।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने घंटाघर पर जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री और डीजीपी के पुतले फूके। एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी अक्षय लकड़ा ने कहा कि, यदि इस संबंध में हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जायेंगे।
इस अवसर पर एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी, राष्ट्रीय संयोजक विकास नेगी, जिला उपाध्यक उदित थपलियाला, दिव्य रावत, मीनाक्षी सिन्हा, ऐश्वर्या चौहान, बुशरा अंसारी, कविता माही, अंजली चमोली, खुशी, भव्या सिंह आदि सैकड़ों की संख्या में छात्राएं मौजूद रही।