पिथौरागढ़:- पिथौरागढ़ के चार दिवसीय जनपद भ्रमण पर सचिव कार्मिक एवं सतर्कता, उच्च शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, मंत्री परिषद, सूचना शैलेश बगोली द्वारा सोमवार को विकासखंड कनालीछीना के ग्राम पाली एवं डूंगरी में मत्स्य पालन, औद्यानिकी कार्यों , मुर्गी पालन एवं ब्रेकरी व्यवसाय का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा संबंधित किसानों से वार्ता कर स्वरोजगारपरक कार्यों से उन्हें प्राप्त होने वाली आय के बारे में जानकारी ली गयी।
सचिव ने ग्राम पाली में विकास खंड कार्यालय कनालीछीना द्वारा मनरेगा के अन्तर्गत रोपे गये फल कीवी के एक हजार पौधों की खेती एवं मुख्यमंत्री सीमान्त विकास योजना के अंतर्गत पाली गांव में ही जय माता भवानी स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे बेकरी शॉप का निरीक्षण किया। सचिव द्वारा पाली गांव में ही मत्स्य पालन व्यवसाय एवं पोल्ट्री फार्म चला रहे किसान विपिन के पोल्ट्री फार्म का स्थलीय निरीक्षण किया गया। सचिव द्वारा ग्राम डूंगरी में मत्स्य पालन व्यवसाय कर रहे किसान भूपेंद्र सिंह,बसंत सिंह, होशियार सिंह,योगेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, हीरा सिंह, नर सिंह के मत्स्य तालाबों का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
इस दौरान मत्स्य पालन व्यवसाय कर रहे किसानों ने सचिव को बताया कि यदि एक किसान के पास कम से कम तीन तालाब हों तो उन्हें अच्छी आय प्राप्त हो जाती है। सचिव ने जिला मत्स्य अधिकारी को निर्देश दिये कि मत्स्य पालन व्यवसाय कर रहे किसानों की मांग पूछी जाए तथा उन्हें मत्स्य पालन व्यवसाय के विकास में आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाय।
उन्होंने कहा कि ग्राम डूंगरी के समान ही जनपद के अन्य ऐसे ग्राम चिन्हित किये जाय जहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता हो तथा ऐसे ग्रामों में कलस्टर के रूप में मत्स्य पालन व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाय। सचिव ने मत्स्य पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के बाबत सचिव मत्स्य विभाग से भी दूरभाष पर वार्ता की। इस दौरान सचिव द्वारा स्वरोजगारपर कार्य कर रहे किसानों एवं सहायता समूह के सदस्यों के कार्यों की सराहना की गयी तथा उनका उत्साहवर्धन किया गया। उन्होंने किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रीना जोशी, मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी , जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, खण्ड विकास अधिकारी कनालीछीना जगदीश प्रसाद, जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय, जिला मत्स्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।