प्रदेश के डेंगू संभावित पांच जिलों में चलाया जाएगा बचाव व जागरूकता का विशेष अभियान, 13 रेखीय विभाग भी करेंगे डेंगू की मॉनिटरिंग

देहरादून:-  उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते कई तरह के मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है, बारिश के दिनों में गड्ढों में भरे हुए पानी को मच्छरों के प्रजनन के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। इस मौसम में संक्रमित मच्छरों के काटने के कारण मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है।

डेंगू संभावित प्रदेश के पांच जिलों में बचाव व जागरूकता का विशेष अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सख्त निर्देश दिए कि डेंगू रोकथाम में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, 13 रेखीय विभाग भी डेंगू की मॉनिटरिंग करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू नियंत्रण और रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जिला स्तर पर डेंगू नियंत्रण को प्रभावी कदम उठाने को कहा। अधिकारियों को हिदायत दी गई कि डेंगू के नियंत्रण एवं रोकथाम अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंत्री ने डेंगू संभावित जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी एवं नैनीताल के मैदानी क्षेत्रों में जनजागरूकता एवं बचाव के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, जलापूर्ति विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन, मौसम विभाग, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा व सूचना विभाग के साथ मिलकर प्रदेशभर में वृहद स्तर पर डेंगू नियंत्रण को जनजागरूकता अभियान संचालित करने व इसकी निरंतर मॉनिटिरिंग करने के निर्देश भी दिए।

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