समान काम समान वेतन को लेकर बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के सदस्यों ने सोमवार से सासाराम जिला समाहरणालय के समक्ष अपना तीन दिवसीय धरना शुरू कर दिया है। धरने पर बैठे रक्षा वाहिनी के स्वयंसेवकों ने बताया कि राज्य के गृह रक्षकों के वर्षों से लंबित समस्याओं के संदर्भ में बिहार सरकार एवं संघ प्रतिनिधि के बीच वार्ता हुई थी। लेकिन आश्वासन देने के बावजूद भी अब तक कोई मांग पारित नहीं किया गया।संघ के जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार पांडे ने बताया कि रक्षा वाहिनी दिन रात मेहनत करते हैं, परंतु उनके अनुसार उन्हें मासिक वेतन नहीं दिया जाता है। सुजीत कुमार पांडे ने बताया कि वे लोग भी समान पुलिसकर्मी के जैसी ड्यूटी करते हैं, परंतु दोनों के मासिक वेतन में जमीन आसमान का अंतर है। सरकार से हम लगातार मांग करते आ रहे हैं कि बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ को भी समान कार्य का समान वेतन दिया जाए, लेकिन फिर भी हमारी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।वहीं, बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ रोहतास जिला इकाई के सचिव नागेंद्र चौधरी ने बताया कि आज से हम लोग धरना पर बैठे हैं और चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 जनवरी को सरकार के दोहरे नीति एवं सौतेले व्यवहार के विरुद्ध रैली एवं थाली पीटते हुए जिला के मुख्य मार्ग से होते हुए जिला पदाधिकारी समक्ष जाएंगे। साथ ही 29 जनवरी को शाम 5:30 बजे से जिला के गृहरक्षकों द्वारा जिला के मुख्य मार्ग से होते हुए जिला समाहरणालय तक शांतिपूर्ण वातावरण में मसाल जुलूस भी निकाला जाएगा तथा यदि सरकार ने हमारी मांगे पूरी नहीं की तो राज्यव्यापी आंदोलन होगा।
मौके पर संघ के उपाध्यक्ष चंदन कुमार, रामजी सिंह, उपसचिव जालंधर सिंह, संगठन सचिव रामप्रवेश सिंह, राम रमेश सिंह, अकबर खान, अनिल कुमार, कोषाध्यक्ष संजय कुमार सहित अन्य लोग धरने पर मौजूद रहे।बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ का राजधानी पटना में अपनी कई मांगों को लेकर बिहार गृह रक्षा वाहिनी कार्यालय से लेकर पटना समाहरणालय तक प्रदर्शन किया गया। वहीं, पांच सदस्य टीम दंडाधिकारी के द्वारा जिलाधिकारी से मिलने के लिए ले जाया गया।
दरअसल, बिहार गृह रक्षा वाहिनी के कर्मियों के द्वारा बिहार के 40 पुलिस जिला में अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया है। इसमें साफ तौर से इन लोगों ने कहा है कि समान काम का समान वेतन, महंगाई भत्ता जैसे 21 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया जा रहा है।
वहीं, इन लोगों का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली के द्वारा भी राज्य के गृह रक्षों को कर्तव्य बात महंगाई भत्ता के साथ ही पुलिस को मिलने वाली अन्य सुविधा अलग अभिलंब दी जाए। वहीं वर्तमान में 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता अन्य कर्मचारियों को दिया जाता है। वहीं, गृह रक्षों को वर्षों से लगातार कर्तव्य पर रहने के कारण मानवीय विचार करते हुए माह में पांच दिन छुट्टी प्रदान की जाए। साथ ही महिला गिरी रक्षों को दो दिन का विशेष अवकाश एवं मातृत्व अवकाश भी दिया जाए।
बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष सुदेश्वर प्रसाद ने बताया है कि सोमवार को प्रदर्शन किया गया है। अगर सरकार नहीं सुनती है तो 27 जनवरी को राज्य के सभी जिला अधिकारी के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, 28 जनवरी को जिला कार्यालय से रैली प्रदर्शन एवं थाली पीटते हुए जिला के मुख्य मार्ग होते हुए जिलाधिकारी के समक्ष थाली पीटते हुए सरकार की दोहरी नीति का विरोध किया जाएगा। वहीं, 29 जनवरी को संध्या 5:30 बजे जिला गिरी रक्षा वाहिनी के द्वारा सरकार द्वारा गृह रक्षों के साथ सौतेला व्यवहार के विरोध में जिला कार्यालय से प्रारंभ कर जिला के मुख्य मार्ग होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक शांतिपूर्ण वातावरण में मशाल जुलूस निकाला जाएगा।