केदारनाथ दर्शन कर लौटे तीर्थयात्रियों का वाहन बुधवार शाम हादसे का शिकार हो गया। वाहन में 11 लोग सवार थे, जिनमें से एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। शव को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम को आयरन कटर से वाहन का एक हिस्सा काटना पड़ा। वाहन सड़क किनारे लगी रेलिंग से अटक गया, अन्यथा सीधे 200 मीटर नीचे बह रही मंदाकिनी नदी में गिरता। बाबा केदार के दर्शन कर लौट रहे यात्रियों का वाहन रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुनकटिया में पहाड़ी से गिरे भारी बोल्डरों की चपेट में आकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान महाराष्ट्र की एक महिला यात्री की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि चालक सहित अन्य 10 यात्री घायल हो गए, जिसमें एक 12 वर्ष का बच्चा भी शामिल हैं। वाहन में 11 लोग सवार थे।
घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां से कुछ यात्रियों को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग के लिए रेफर किया गया है। बुधवार को केदारनाथ के दर्शन कर अपराह्न 3.30 बजे महाराष्ट्र, बिहार व नेपाल के 10 यात्री गौरीकुंड पहुंचे। यहां से वह शटल सेवा (टैक्सी-मैक्सी) के जरिए लगभग सवा चार बजे सोनप्रयाग के लिए रवाना हुए। वाहन अभी बमुश्किल दो किमी आगे ही पहुंच पाया था कि मुनकटिया में पहाड़ी से भरभराकर भारी बोल्डर व पत्थर वाहन के ऊपर जा गिरे, जिससे सभी यात्री वाहन में ही फंस गए। इस दौरान वाहन का आगे का पूरा हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि सड़क किनारे रेलिंग के चलते वाहन अटक गया, अन्यथा दो सौ मीटर नीचे मंदाकिनी नदी में गिरता। दुर्घटना की सूचना पर एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर पहुंची। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कर्ण सिंह रावत ने बताया कि एक साथ टनों बोल्डर व पत्थर वाहन के ऊपर गिरने से यह हादसा हुआ है।