उत्तराखण्ड में संचालित चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठित कर दी गई है। समिति चार धाम सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। इसके साथ ही समिति केदारनाथ धाम में स्थित स्क्रीनिंग प्वाइंट एवं हेल्थ फैसिलिटिज का भी मुआयना करेगी। तीर्थ यात्रियों को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में संचालित चार धाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को बेहत्तर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है।
जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी करेंगी। समिति में दून मेडिकल कॉलेज के टी.बी. एवं चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराग अग्रवाल, कार्डियोविभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमर उपाध्याय एवं हिमालयन मेडिकल कॉलेज देहरादून के मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नवीन राजपूत शामिल हैं।
डॉ. रावत ने बताया कि समिति चार धाम सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। उन्होंने बताया कि समिति विशेषकर आपातकालीन सेवाएं एवं चार धामों में तीर्थ यात्रियों की आकस्मिक मृत्यु को दृष्टिगत रखते हुये स्वास्थ्य सेवाओं में आवश्यक सुधार किये जाने को लेकर अपने सम्पूर्ण सुझाव देने के लिये अधिकृत है, ताकि चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुदृढ कर और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
डॉ. रावत ने बताया कि समिति केदारनाथ धाम में स्थित स्क्रीनिंग प्वाइंट एवं हेल्थ फैसिलिटिज का भी निरीक्षण करेगी। उन्होंने बताया कि राज्य में आने वाले प्रत्येक तीर्थ यात्रियों को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को समुचित निर्देश दिये गये हैं।