नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने स्वास्थ्य विभाग में 2186 संविदा कर्मचारियों को पुनः बहाल किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारियों के आंदोलन को डेढ़ महीना हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना काल में सेवा लेने के बाद कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया है। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोविड महामारी के दौरान ‘कोरोना वारियर्स’ के तौर पर प्रदेश में अपनी सेवाएं दी, उनको आज अपनी जायज मांगों के समर्थन में धरने पर बैठना पड़ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कहा था, कि रिक्त पदो के सापेक्ष कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा, लेकिन आज तक समायोजन के संबंध में कोई भी शासनदेश जारी नहीं किया गया है। कोरोना महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर में उपनल पी०आर०डी०, एन0एच0एम0, जेड सिक्योरिटी के माध्यम से रखा गया था, लेकिन 31 मार्च को 2186 कर्मचारियों की स्वास्थ्य कर्मियों के रूप में सेवाएं समाप्त कर दी गई, यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मांग करती है, कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रसार की रोकथाम, बचाव और उपचार में तैनात 2186 संविदा कर्मचारियों को पुनः बहाली की मांग की है।