राजधानी में पहले चरण में मेट्रो नियो दो रूटों पर चलाने की योजना है। इसकी डीपीआर बनाकर मंत्रालय को भेजी जा चुकी है, जिस पर दिसंबर अंत तक मंजूरी मिल सकती है। राजधानी देहरादून में मेट्रो नियो के स्टेशनों के आसपास ऊंची इमारतें बनेंगी। कैबिनेट बैठक में इसे सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। इसका मकसद है कि जहां भी मेट्रो स्टेशन बनेंगे, वहां ज्यादा से ज्यादा लोग निवास करें और दफ्तर भी ज्यादा से ज्यादा इन्हीं जगहों पर हों।राजधानी में पहले चरण में मेट्रो नियो दो रूटों पर चलाने की योजना है। इसकी डीपीआर बनाकर मंत्रालय को भेजी जा चुकी है, जिस पर दिसंबर अंत तक मंजूरी मिल सकती है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने यह प्रावधान किए हैं कि सड़कों से ट्रैफिक की भीड़ कम करने के लिए मेट्रो स्टेशनों के निकट ज्यादा से ज्यादा आवासीय और व्यावसायिक भवन निर्माण किए जाएं। ताकि लोग यहीं निवास करें और यहीं काम करें।उन्हें सड़कों पर निकलने की ज्यादा जरूरत न पड़े। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार के यह प्रावधान रखे गए, जिसे मंत्रिमंडल ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इसके बाद मेट्रो स्टेशनों के आसपास के इलाकों में ऊंची-ऊंची इमारतों का निर्माण किया जाएगा। हालांकि इसका दायरा कितना होगा, इस पर अभी फैसला होना बाकी है।देहरादून में होंगे दो मेट्रो नियो के रूट
देहरादून में मेट्रो नियो के लिए दो रूट तय किए गए हैं। पहला रूट आईएसबीटी से गांधी पार्क तक का है, जिसकी लंबाई 8.5 किलोमीटर है। इस रूट पर दस स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसी प्रकार, दूसरा रूट एफआरआई से रायपुर का है, जिसकी लंबाइ 13.901 किलोमीटर है। इस रूट पर 15 स्टेशन प्रस्तावित हैं।