भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की। संन्यास का ऐलान करते हुए मिताली ने कहा- इतने सालों तक टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी। इसने मुझे निश्चित रूप से एक व्यक्ति के रूप में आकार दिया और उम्मीद है कि इससे भारतीय महिला क्रिकेट को भी आगे बढ़ने में मदद मिली।
39 साल उम्र में महिला क्रिकेटर मिताली राज ने 23 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत करते हुए लिखा- वर्षों से आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद! मैं आपके आशीर्वाद और समर्थन से अपनी दूसरी पारी शुरू करने की तैयारी कर रही हूं। वहीं मिताली ने इसी साल न्यूजीलैंड में हुए महिला वनडे विश्व कप में अपना आखिरी मैच खेला था। उन्होंने टूर्नामेंट में सात मैचों में 26 की औसत और 62.97 के स्ट्राइक रेट से 182 रन बनाए थे।
मिताली वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज हैं। उन्होंने 232 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 50.68 की औसत से 7805 रन बनाए। इसके अलावा मिताली ने 12 टेस्ट मैच भी खेले हैं। इसमें उन्होंने 19 पारियों में 43.68 की औसत से 699 रन बनाए। वहीं, 89 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम 2364 रन हैं। इसमें उनकी औसत 37.52 की रही। मिताली ने वनडे में आठ विकेट भी झटके हैं।
वहीं वनडे में मिताली के नाम सात शतक और 64 अर्द्धशतक हैं। वहीं टेस्ट में वह भारत की ओर से दोहरा शतक लगाने वाली इकलौती महिला बल्लेबाज हैं। 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ मिताली ने 214 रन की पारी खेली थी। यह महिला क्रिकेट में टेस्ट में दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी है।
भारतीय टीम मिताली की कप्तानी में 2017 आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। फाइनल में टीम इंडिया इंग्लैंड से हार गई थी। मिताली की कप्तानी में ही भारतीय टीम 2005 महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में भी पहुंची थी। हालांकि, तब टीम को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हराया था।